घंटा (अंग्रेजी: hour) समय के नाप के ईकाई हवे, जेकर मीट्रिक चीन्हा अंग्रेजी क एच (h) अक्षर हवे,[1] (कबो-काल्ह hr से देखावल जाला), जे परंपरा अनुसार दिन 124वाँ हिस्सा होला आ एह में 60 मिनट चाहे 3600 सेकेंड होखे लें।

बारह बजे (दुपहरिया चाहे आधी रात) के बाद से 1 बजे की बीचा के समय देखावत घड़ी। एह दौरान मिनट वाली लमहरकी सुई पूरा एक चक्कर 360 डिग्री आ छोटकी घंटा वाली 30 डिग्री चले ले।

परंपरागत रूप से, घंटा, जेकरा अंग्रेजी में ऑवर कहल जाला के उत्पत्ति पुराना समय में मिस्र-मेसोपोटामिया वाला इलाका में भइल, जवना इलाका के अंग्रेजी में ब्रिटिश साम्राज्य के टर्मावली में एंशिएंट नियर ईस्ट कहल जाला। ई बेवस्था एक दिन (सबेरे से साँझ) के समय के बारह हिस्सा में बाँटे से बनल। दिन भा रात के 112वाँ हिस्सा, जेकरा के अंग्रेजी में सीजनल ऑवर, टेम्पोरल ऑवर चाहे अनईक्वल ऑवर कहल जाला, सीजन के हिसाब से आ अक्षांस के हिसाब से बदलत रहे।

बाद में ईक्वल ऑवर (बराबर बराबर समय अवधि वाला घंटा) भा इक्वीनॉक्टिकल ऑवर के कांसेप्ट 124वाँ हिस्सा के बनावल गइल आ एह में होखे वाला सीजनल बदलाव सभ के बराबर करे खातिर दिन के परिभाषा एक सोलर औसत दिन के मानल गइल। अउरी बाद में इस्टैंडर तय करे खातिर एकरा के सटीक 3600 एटॉमिक सेकेंड के बराबर मानल गइल, हालाँकि, कुछ बिसेस दसा में बहुत रेयर इस्थिति में लीप सेकेंड के रूप में एक सेकेंड घटावे के पड़े ला।

अंग्रेजी परभाव आ ओह कलेंडर आ टाइम के अपनावे के चलते ई अउरी देसन में आ भारत में आइल आ चलन में बाटे। भारतीय ज्योतिष आ आम काल गणना में पुराना समय से दिन-रात के समय के 60 बराबर हिस्सा में बाँटल जाव आ एक हिस्सा मने की दिनरात के 160वाँ हिस्सा के एक घटी कहल जाय।

इहो देखल जाय

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  1. "Resolution 7", Resolutions of the CGPM: 9th Meeting, Paris: International Bureau of Weights and Measures, October 1948

बाहरी कड़ी

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