उदाहरण
  • कुक्कुर दउरत बा।
  • राम हवें।
  • इलाहाबाद पुलिस स्टेशन ह।
  • एह नोकरी खातिर तनखाह मजिगर बा।
  • ओहिजा सोमार के जइहऽ।
  • हमरा के खेलकूद पसऽन पड़े ला।

व्याकरण में, संज्ञा (संस्कृत से आइल; अरथ: "नाँव") (अंग्रेजी: noun; नाउन), वाक्य भा वाक्यांश में अइसन शब्द होखे ला जे आमतौर पर कौनों बिसेस चीज भा चीज सभ के सेट (झुंड भा समूह) के नाँव के रूप में काम करे ला — जइसे कि अइसन शब्द जे कौनों जीवधारी, जगह, क्रिया (एक्शन), गुण, अस्तित्व के स्थिति भा बिचार (आइडिया) के नाँव बतावे ला। व्याकरण में ई एक किसिम के शब्द-भेद भा लेक्सिकल कटेगरी हवे, जहाँ शब्दभेद वाक्य में कौनों शब्द के काम (फंक्शन) के आधार पर उनहन के वर्ग में बाँटे के तरीका हवे।

कई भाषा सभ में, जइसे कि अंग्रेजी में, संज्ञा शब्दन के साथे एगो आर्टिकल चाहे डेटरमाइनर के इस्तेमाल होखे ला - जइसे ब्वाय, गर्ल वगैरह। अरबी नियन भाषा शब्द में अक्सर नाँव के पहिले अल डेटरमाइनर के रूप में जोड़ल जाला - जइसे: अल-अक्सा, अल-बरूनी वगैरह।

संज्ञा शब्द के, जवना चीज के ऊ नाँव बतावत होखे, के गिनती के आधार पर एकवचन आ बहुवचन में बाँटल जाला (संस्कृत में द्विवचन भी होला)। कुछ भाषा सब में संज्ञा में वचन के हिसाब से कौनों रूप बदलाव ना होखे ला। एही तरीका से संज्ञा शब्द सभ से मर्दाना-जनाना होखे के पता भी चले ला आ एह आधार पर पुल्लिंग-स्त्रीलिंग के बर्गीकरण होखे ला।

संज्ञा के बर्गीकरण - प्रकार में बाँटल - अउरियो कई तरह से होला: ब्यक्तिवाचक आ समूहवाचक, ब्यक्तिवाचक आ जातिवाचक, द्रव्यवाचक आ भाववाचक वगैरह संज्ञा के भेद कइल जालें।

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