कमरख (Carambola या starfruit) एक फल है। यह स्वाद में खट्टा होता है और इसकी चटनी, अचार आदि बनाया जाता है। यह भारत, बंगलादेश, श्रीलंका, मलेशिया, इंडोनेशिया और फिलीपींस में पैदा होते हैं। इसके अलावा यह पेरू, कोलम्बिया, त्रिनिदाद, इक्वेडोर, गुयाना, ब्राजील और संयुक्त राज्य अमेरिका में भी पैदा होता है।

पेड़ पर लगे हुए कमरख

इसका फल प्रायः पाँच कोण के तारे जैसी आकृति का होता है।

कमरख (starfruit in hindi) के फल खट्टे और मीठे दोनों किस्म के होते हैं। फल खुशबूदार और गूदेदार होते हैं। ये फल रसीले भी होते हैं। खट्टे और मीठे फलों के आधार पर कमरख की दो प्रजातियाँ होती हैं। इन दोनों का प्रयोग दवाओं के लिए होता है। कमरख के पत्तों का रस रक्तचाप कम करने में मदद प्रदान करता है।

कमरख (carambola fruit uses) का पेड़ 5 से 10 मीटर ऊँचा होता है। यह पेड़ काफी घना और सुन्दर होता है। इसमें कई शाखाएं-प्रशाखाएं होती हैं। इसके पत्ते साल भर हरे रहते हैं। इसकी शाखाएँ काफी घनी होती हैं। कमरख के फल 7.5 से 10 सेंटी मीटर लम्बे होते हैं। ये फल कच्चे रहने पर हरे और पाक जाने पर पीले रंग के होते हैं। इन फलों में 3 से 5 तक की संख्या में सिरे होते हैं। कई बार ये तारे के आकार के होते हैं। ये जो फल देख रहे हो न!

मालूम है देखते ही बहुत लोगों के मुँह में पानी आ गया होगा। कुछ मीठा, अधिक खट्टा, कुछ कसैला सा स्वाद लिए इस फल का नाम कमरख है हमारे घर पर लोग अमरख कहते है और अंग्रेजी वाले स्टार फ़्रूट कहते है।
 आमतौर पर लोग इसके खट्टे स्वाद से ही इसे पहचानते है लेकिन मेरे घर पर इसका जो पेड़ लगा हुआ है वो पकने पर काफ़ी हद तक मीठा हो जाता है। मेरे घर की अमरख की एक खास बात और भी है ये बारहमासी है अर्थात इस पर पुरे वर्ष फल रहते है। तस्वीर में आप लोग देख ही रहे होंगे कि यहां पर फूल, फल पका फल तीनों एक साथ लगे हुए है और ऐसे ही वर्ष भर रहते है। शायद ही कभी ये पेड़ फल से खाली रहता होगा।
 मेरे घर पर लगे इस पेड़ की एक और भी खासीयत है कि इसका अन्य कोई पेड़ न तैयार हो सका है। सबने बीज जमाने, कलम लगाने, बूटी विधि हर तरह का प्रयास किया लेकिन सफलता नहीं मिली।
 ये पेड़ समझ लीजिये कि पुस्तैनी धरोहर है। मेरे बाबू जी की दादी बीमार थी तो मुँह का स्वाद ठीक करने के लिए

खूब घना छायादार वृक्ष है। दिन में बिजली चले जाने पर अक्सर पुरे घरवालों का ठिकाना यही बनता है। इस पेड़ के नीचे चारपाई, एक दो कुर्सी, स्टूल हमेशा रखे रहते है। घर के लोग कमरे में पंखे के नीचे से ज्यादा यहां बैठना पसंद करते है।

 इस अमरख को आप मिर्च वाले तीखे नमक के साथ यू ही खाइये, अचार बनाइये, चटनी बनाइये, मूली, हरी मिर्च के साथ झटपट वाला अचार बनाइये। किसी भी तरह से इसका स्वाद ले सकते है।

हिमांशु तिवारी(@lekhk__)

साभार :हिमांशु तिवारी लेखक (गोला गोकर्णनाथ खीरी)की वॉल से।

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