थरथराना क्रि॰ अ॰ [अनु॰ थर थर ] १. डर के मारे काँपना । २. काँपना । उ॰— सारी जल बीच प्यारी पीतम के अंक लागी चंद्रमा के चारु प्रतिविंब ऐसी थरथरात ।—श्रृंगारसुधाकर (शब्द॰) ।