प्लेट
प्रकाशितकोशों से अर्थ
सम्पादनशब्दसागर
सम्पादनप्लेट संज्ञा पुं॰ [अं॰]
१. किसी धातु का पत्तर या पतला पीटा हुआ टुकड़ा । चादर ।
२. छिछली थाली । तश्तरी । रिकाबी ।
३. सोने चाँदी आदि का बना हुआ प्याला या किसी प्रकार की तख्ती जो किसी (विलायती) खेल में बाजी जीतनेवाले को पुरस्कार और प्रमाण के रूप में दी जाय । जैस, घुड़दौड़ का प्लेट, क्रिकेट का प्लेट ।
४. धातु का बना हुआ वह चौड़ा पत्तर जिसपर कोई लेख आदि खुदा या बना हो । यह कई कामों में आता है, जैसे, दरवाजे या साइनबोर्ड़ की जगह लगाने के लिये, लेखो आदि के चित्र छापने के लिये, पुस्तकों आदि की जिल्द पर नाम आदि का ठप्पा करने के लिये ।
५. फोटो लेने का वह शीशा जो प्रकाश में पहुँचते ही अपने ऊपर पड़नेवाली छाया को स्थायी रूप से ग्रहण कर लेता है । पीछे से इसी शीशे से फोटो चित्र छापे और तैयार किए जाते हैं ।