राजा चन्द्रगुप्त द्वितीय

व्यक्तिवाचक संज्ञा

राजा (rājām

  1. किसी राज्य पर राज करने वाला राजा कहलाता है।
    उदाहरण –
    इस राज्य के राजा ने अपने राज्य की अच्छी देखभाल की है।
  2. मुग़लवंश का अंतिम प्रतापी नरेश। यह शाहजहाँ का तृतीय पुत्र था। इसका शासनकाल ईस्वी १३५९ से १७०७ तक था। ग्रंथों में औरंग, औरँग और नौरंग आदि इसके नाम प्राप्त होते हैं। औरगनशीन = सिंहासनारूढ़।

संज्ञा

राजा (rājām [स्त्री॰ राक्षी, हिं॰ रानी]

  1. किसी देश, जाति या जत्ये का प्रधान शासक जो उस देश, जाति या जत्थे को नियम से चलाता, उनमें शांति रखता तथा उसकी और उसके स्वत्वों की, दूसरों के आक्रमण से, रक्षा करता है। बादशाह। आधिराज। प्रभु।
  2. अधिपति। स्वामी। मालिक।
  3. नृपति
  4. एक उपाधि जिसे अंग्रेज़ी सरकार बड़े रईसों, ज़मीनदारों या अपने कृपापात्रों को प्रदान करती थी।
    जैसे – राजा राममोहन राय, राजा शिवप्रसाद।
  5. धनवान् वा समृद्धिशाली पुरुष।
  6. प्रेमपात्र। प्रिय व्यक्ति। (बाजारू)।
    उदाहरण – दिलों का राजा। (कहावत)
  7. कोई ज़रूरी व्यक्ति

पर्यायवाची – नृपतिभूपतिमहीक्षित्। भूभृत। पार्थ। महींद्र। नरेंद्र। दंडधर। स्कंध। भूभुज्। प्रभु। अर्थपति

विशेष – बहुत से शब्दों के साथ समस्त होकर यह शब्द आकार की बड़ाई या श्रेष्ठता सूचित करता है । जैसे,— राजदंत, राजमाष, राजशुक, राजशालि, इत्यादि ।

अनुवाद

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