प्रकाशितकोशों से अर्थ

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शब्दसागर

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हेति ^१ संज्ञा स्त्री॰ [सं॰]

१. वज्र । भाला ।

२. अस्त्र ।

३. घाव । जख्म ।

४. आघात । चोट ।

५. आग की लपट । लौ ।

६. सूर्य की किरन ।

७. धनुष की टंकार ।

८. औजार । यंत्र ।

९. ज्योति । प्रकाश । तेज । दीप्ति ।

१०. अंकुर । अँखुवा ।

हेति ^२ संज्ञा पुं॰

१. प्रथम राक्षस राजा जो मधुमास या चैत्र में सूर्य के रथ पर रहता है । यह प्रहेति का भाई और विद्युत्केश का पिता कहा गया है । (वैदिक) ।

२. भागवत में वर्णित एक असुर का नाम ।

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